My Poem – Bade armaano se humne

रातों कि नींदें दे दीं तुझको, दिल का चैन गवाया हे !
बड़े अरमानों से हमने यारों, ये अरमान सजाया हे !!
हर मोड़ पर हमको लूटा सबने, हर पल हमें सताया हे !
जो विश्वास हम खो चुके थे, अब वो विश्वास जगाया हे !
बड़े अरमानों से हमने यारों, ये अरमान सजाया हे !!
लाख उँगलियाँ उठे तुझ पर, चाहे लाख मुश्किलें आयें !
कदम न डगमगायें तेरे, चाहे तूफ़ा तुझसे टकराए !
लोहा लेने गद्दारों से, तुझको हथियार थमाया हे !
बड़े अरमानों से हमने यारों, ये अरमान सजाया हे -२ !!

Ashok Sharma

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